Jagannath Puri story
E kahani jarur padho apko motivate milega bura laga to ମତେ ଏ channel ରୁ out କରିବନି please 🙏🏻
“क्या आप जानते हैं…
दुनिया का एकमात्र मंदिर,
जहाँ भगवान का हृदय आज भी धड़कता है…
जहाँ मूर्ति अधूरी है,
लेकिन आस्था पूरी…”
“यह कहानी है…
भगवान जगन्नाथ की।
पुरी धाम की…
जहाँ भगवान खुद भक्त बन जाते हैं
और भक्त भगवान…”
“यहाँ न कोई ऊँच-नीच,
न राजा, न गरीब…
सब सिर्फ भक्त होते हैं।”
“कहा जाता है,
भगवान कृष्ण के शरीर से
जो बचा था…
वही बना दaru ब्रह्म।”
“एक आदिवासी प्रमुख
विश्ववसु
उस रहस्य की रक्षा करता था।”
“राजा इंद्रद्युम्न ने
उस रहस्य को खोजा,
लेकिन भगवान ने शर्त रखी—
‘मूर्ति बनेगी…
पर बिना देखे।’”
“शिल्पी बनकर स्वयं
भगवान विश्वकर्मा आए…
और कहा—
‘जब तक आवाज़ आए,
दरवाज़ा मत खोलना।’”
“लेकिन…
आवाज़ रुक गई।”
“राजा ने दरवाज़ा खोला…
और भगवान अधूरे रह गए।”
“लेकिन…
भगवान ने कहा—
‘यही मेरी इच्छा है।’”
“साल में एक बार…
भगवान मंदिर छोड़ते हैं।”
“राजा झाड़ू लगाता है,
और भक्त रस्सी खींचते हैं
“क्योंकि जगन्नाथ कहते हैं—
‘मैं राजा नहीं…
मैं तुम्हारा अपना हूँ।’”
“यही है रथ यात्रा।”
“यहाँ ध्वज हवा के उल्टा लहराता है…
यहाँ समुद्र की आवाज़ मंदिर से सुनाई नहीं देती…
और यहाँ का महाप्रसाद…
कभी अपवित्र नहीं होता।”
“भगवान जगन्नाथ
सिर्फ मूर्ति नहीं…
वो भावना हैं।”
Achha laga Jay jagannath 🙏🏻⭕‼️⭕🙏🏻 jarur likho
क्योंकि…
जगन्नाथ सबके हैं।”🙏❤️
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